Rice cultivation (Hindi)-1
Rice
Botanical name – Oryza sativa
Family – Gramineae/Poaceae
Origen – Indo Burma
v Important
Points: -
ü धान का पुष्प क्रम पेनिकल कहलाता है।
ü प्रोटीन
- ओराइजेनीन
ü बोनी जीन डी. जी. वू.
ü विश्व की जादुई धान की किस्म - IR-8
ü भारत की जादुई धान की किस्म - जया
ü धान विश्व की 60%
जनसंख्या का मुख्य भोजन है।
ü धान में प्रोटीन की मात्रा अन्य खाद्यानों की
तुलना में सबसे कम सफेद धान 6 - 7%
भूरा धान में 7 - 8
प्रतिशत पाई जाती है।
ü एक Kg धान
उत्पादन करने के लिए सर्वाधिक 5000
लीटर पानी की आवश्यकता होती है जबकि गेहूं व जौ के लिए 400 से 500
लीटर पानी की काफी होता है।
ü धान स्व परागित फसल है।
ü धान के दाने व छिलके का अनुपात 66% अथवा 2/3
अनुपात होता है।
ü धान short day plant है
व C3 पौधा है।
ü धान में जो सुगंध डाईऐसेटाइल -1 प्रोपेलाइन के कारण होती है।
ü धान के दानों का परीक्षण भार या टेस्ट वेट 25 ग्राम होता है बासमती धान का 21 ग्राम होता है।
ü सामान्य 1
हेक्टेयर धान की बुवाई हेतु नर्सरी 1000
मीटर2 क्षेत्र पर्याप्त
है। धान के खेत में मीथेन गैस निकलती है।
ü धान के साथ ढेंचा उगाकर 25 से 30 दिन बाद धान की खड़ी
फसल में हल चलाकर मिट्टी में मिलाना
ब्राउन मैन्यूरिंग कहलाता है।
ü धान एक अर्द्ध जलमग्न पौधा है व ऑक्सीजन
पत्तियों में उपस्थित Arechymatous tissues द्वारा ग्रहण करता है।
v जलवायु -
ü धान उष्ण जलवायु का पौधा है औसतन तापमान 210 C से 310C की आवश्यकता होती है भारत में धान की
उत्पादकता सबसे अधिक पंजाब में है।
v वर्गीकरण - धान का वंश ओराइजा इसकी 24 प्रजाति हैं जिनमें से 2
की खेती की जाती है।
1.
Oryza sativa - इसके 3 उपप्रजातियां हैं। यह द्विगुणित 2n =24 है।
A.
Indica - यह भारत में उगाया जाने
वाला धान इंडिका उपप्रजातियों से संबंधित है।
यह प्रजातियां खाद्य उर्वरक के प्रति असक्रियता दर्शाती है।
B.
Japonica - इससे संबंधित जातियां
जापान में पैदा की जाती है यह उपजातियां उष्ण और गर्म तथा ठंडे क्षेत्रों में उगाई
जाती है सबसे अधिक उत्पादकता इसी जाति की होती है।
C.
Javanica - ये उपजातियां मुख्यतः
इंडोनेशिया में पाई जाती है इसे बालू धान भी कहते हैं।
2.
Oryza glaberrima - यह
प्रजाति केवल दक्षिण अफ्रीका में उगाई जाती है।
v मृदा -
ü धान की खेती के लिए चिकनी मटीयार या मटियार
दोमट भूमि उत्तम रहती है क्योंकि इसमें पानी रोकने की क्षमता अधिक होती है धान की
खेती अम्लीय भूमि में की जा सकती है जिसका
pH मान
4 से 6.5 के
बीच उपयुक्त रहता है।
ü उत्तरी पूर्वी भारत में धान की खेती तीन मौसम
मे की जाती है इसका वर्गीकरण कटाई के आधार पर है -
F Aus - पश्चिम बंगाल एवं बिहार में
बुवाई - मई-जून
कटाई - सितंबर-अक्टूबर
F Aman - जून-जुलाई
कटाई - November-December
F Boro - डालूवा, उड़ीसा - November-December
कटाई - मार्च-अप्रैल
v Importance -
ü भारत में सर्वप्रथम 1964 में TN -1
बौनी किस्म लाई गई। IR-8
विश्व का जादुई धान का 1965 में भारत में आयात हुआ।
ü भारत में 1968
में प्रथम भारतीय उच्च उपज वाली अर्द्ध बौनी किस्म जया को डॉक्टर शास्त्री के
द्वारा विकसित की गई।
ü धान की जया किस्म से TN-1 एवं IR-8
दोनों विदेशी किस्मों की अपेक्षा अधिक उपज प्राप्त हुई इसलिए जया किस्म को भारत का
जादुई धान कहा जाता है।
ü माही सुगंधा - एग्रीकल्चर रिसर्च स्टेशन, बांसवाड़ा राजस्थान से निकाली गई किस्म है। जगन्नाथ व सतारी धान की प्रथम उत्परिवर्तित
किस्म है।
ü धान की सीधी बुवाई हेतु बाला किस्म उपयुक्त
है।
ü लवणता रोधी किस्में लूणी श्री एवं IR - 8
है।
ü चीन में 1976
में प्रो लोंग पिंग यान के द्वारा संकर धान की किस्में विकसित की गई इसलिए विश्व
में फादर ऑफ हाइब्रिड राइस के नाम से जाना जाता है।
ü भारत में संकर धान के प्रथम किस्म 1994 में CORH-1 (MGR-1) थी।
ü भारत में संकर धान की किस्मों जैसे पूसा
बासमती-1 ,पूसा 2 -21
एवं DRRH -1 को विकसित करने का कार्य E.A. सिद्दीकी
ने किया इसलिए इनको मिस्टर राइस ऑफ इंडिया एवं फादर ऑफ हाइब्रिड राइस के इन इंडिया
कहते हैं।
ü विश्व की पहली संकर बासमती किस्म - PRH -10
ü विश्व की पहली धान की उच्च उपज वाली बौनी
किस्म - पूसा बासमती -1
ü ब्लास्ट रोग रोधी किस्म - साबरमती
F सुपर राइस - अधिक
उपज वाली वैरायटी, सामान्य किस्मो से 10 -15 % अधिक उपज देने वाली , डॉ.
जी एस खुश के द्वारा IRRI ,मनीला,फिलीपींस से विकसित।
F गोल्डन राइस - विटामिन
A की कमी को पूरा करने के लिए बीटा-केरोटीन के जैविक संश्लेषण
से जुडी दो जीन, डेफोडिल
- पौधे से और एर्विनिया - जीवाणु से प्राप्त कर
आनुवांशिकी प्रौद्योगिकी के द्वारा पौधे में डाली गयी। Ingo potrykus and peter beyer ने गोल्डन राइस को 1990 में विकसित किया। इसे genetic modify फसल
भी कहा जाता है।
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