Pearl millet Cultivation (Hindi) - I

                                                                     Pearl millet

Crop name     -    Pearl millet

Botanical Name - Pennisitum glucum

Family – Graminea /Poaceae

Origen - Africa

v परिचय

F अनाज और बाजरा के बीच सबसे अधिक सूखा सहने वाली फसल।

F जल जमाव और अम्लीय मिट्टी के प्रति संवेदनशील।

F बाजरा पर-परागणित फसल है।

F बाजरे में 11.5% प्रोटीन, 67% कार्बोहाइड्रेट और 2.7% खनिज पाए जाते हैं।

F बाजरे की पानी की आवश्यकता सबसे कम 250 मिमी है।

F बाजरे की वृद्धि के लिए 25-30 तापमान की आवश्यकता होती है।

F बाजरे के क्षेत्रफल एवं उत्पादन में राजस्थान देश में प्रथम स्थान पर है।

v जलवायु-

F यह तेजी से बढ़ने वाली, गर्म मौसम की फसल है और इसमें सूखे के प्रति प्रतिरोधक क्षमता है।

F सबसे अच्छा तापमान 20 से 30 के बीच है।

F यह 400-700 मिमी तक वर्षा वाले क्षेत्रों के लिए अत्यधिक उपयुक्त है।

F वनस्पति चरण के दौरान वर्षा अत्यधिक अनुकूल होती है, जबकि फूल आने के समय वर्षा अनुकूल नहीं होती है, क्योंकि इससे परागकण बह जाते हैं और बीज का जमाव ख़राब हो जाता है।

v मिट्टी-

F यह विभिन्न प्रकार की मिट्टी में उगाया जाता है, लेकिन जल जमाव के प्रति संवेदनशील होता है।

F यह अच्छे जल निकास वाली रेतीली दोमट भूमि में अच्छी तरह उगता है।

F यह अम्लीय मिट्टी के प्रति संवेदनशील है।

F यह भारत की काली कपास मिट्टी, जलोढ़ मिट्टी और लाल मिट्टी में सफलतापूर्वक उगाया जाता है।

v बीज दर एवं बुआई-

F बीज दर :- 4-5 किग्रा/हेक्टेयर

F रोपाई के लिए:- 2 किग्रा/हेक्टेयर (नर्सरी 10x1 मी)

F पौधों की संख्या :- 166000 पौधे/हेक्टेयर

F दूरी:- 45x15 सेमी

F गहराई:- 2-3 सेमी

F बुआई का समय:- मध्य जून से मध्य जुलाई तक

F बीज उपचार:- थीरम, एग्रोसन जीएन, कैप्टन, सेरेसन द्वारा 2.5 ग्राम/किग्रा

v भूमि की तैयारी-

F भुरभुरापन लाने के लिए लोहे के हल से दो बार गहरी जुताई करनी चाहिए।

F यदि भूमि कठोर हो तो Chisel plough से जुताई की जाती है

F 2 कल्टीवेटर

F एक लेवलर

v किस्में-

F पूसा मोती (ICAR द्वारा)

F HB-1(हाइब्रिड बाजरा-1) 1965, PAU लुधियाना द्वारा

F HHB-67

F RHB-30

F WCC-75

F BJ-104

F राज-171

F HS -1

v उर्वरक एवं खाद

F अंतिम जुताई में 10-12 टन/हेक्टेयर FYM/खाद डाला जाता है।

संकर:- 80-90 किग्रा/हेक्टेयर N

40-50 किग्रा/हेक्टेयर P

40 किग्रा/हेक्टेयर K

F देसी किस्म:- 80 किग्रा/हेक्टेयर N

40 किग्रा/हेक्टेयर P

40 किग्रा/हेक्टेयर K

F P और K की पूरी मात्रा N का 1/3 भाग बुआई के समय

F 20-25 DAS के बाद N का 1/3 भाग (टॉप ड्रेसिंग द्वारा)

F पुष्पगुच्छ आरंभ अवस्था में N का 1/3 भाग।


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